• May 19, 2024 4:52 am

युद्ध की विभीषिका

यु द्ध कभी भी सुखद नही होता। युक्रेन और रूस के युद्ध ने जिस विनाश की बुनियाद रखी है शायद उस से ऊबरने में दशकों लग जाये।और जिसने अपनो को…

बाल अधिकारों के सरंक्षण के लिए संदेश देती पुस्तक ‘पोशम्पा’

पुस्तक समीक्षा पुस्तक सम्पादन:-अजय जैन ‘विकल्प’ समीक्षक -डॉ. पूजा अलापुरिया ‘हेमाक्ष’, मुंबई:- (महाराष्ट्र) आज व्यस्त जीवन और असीमित भौतिक संसाधनों के बीच लोग इतने उलझ गए कि बालमन के प्रति…

पुस्तक समीक्षा: जीवन के वर्तमान सवालों को लेकर समाज के साथ संवाद रचती कहानियां!

पुस्तक समीक्षा समीक्षक:- राजीव कुमार झा पुस्तक :- चौखट की ओट से (कहानी संग्रह) लेखिका : सुरंजना पांडेय प्रकाशक:- तनीषा प्रकाशन,बिंदुखत्ता, लालकुआं नैनीताल, उत्तराखंड सुरंजना पांडेय की कहानियों में मौजूदा…

प्रसिद्ध कथाकार मार्केंडेय की धर्मपत्नी विधावती को जानिये,जो मार्केंडेय के जीवन संगनी हीं नही उसकी सबसे बड़ी ताकत थी

हिंदी के प्रख्यात कथाकार और “कथा” पत्रिका के संपादक जनवादी लेखक संघ के संस्थापकों में से एक मार्कण्डेय की पत्नी के बारे में। उनकी डॉक्टर बेटी स्वास्ति ठाकुर ने अपनी…

मेरे प्रारब्ध में लिखा था सुविख्यात साहित्यकार ज्ञान रंजन जी की पत्नी होना:सुनयना नागर

सो शल मीडिया के कारण आज न सिर्फ हर वर्ग और हर क्षेत्र के लिए एक सुलभ प्लेटफर्म उपलब्ध हुआ है बल्कि एक वैचारिक क्रांति और सम्भावना पूर्ण खोजपरक कार्य…

भारतीय शास्त्र और ज्ञान परंपरा के प्रसार में नारी के अवदान का सरस विवेचन !

पुस्तक समीक्षा ज्ञान शिरोमणि विद्योतमा ( खंड काव्य ) कवयित्री: रजनी सिंह प्रकाशक : रजनी प्रकाशन रजनी विला, डिबाई पिन 203393 जिला: बुलंदशहर उत्तर प्रदेश मोबाइल+919412653980 भारतीय शास्त्र और ज्ञान…

साहित्य और साहित्यकारों के बदहाली का सच है द्वारिका भारती जैसे लोग,जो रोटी के लिए करते हैं मोची का काम,लेकिन इनके पुस्तको पर हो रही यूनिवर्सिटी में रिसर्च

साहित्य को समाज का दर्पण कहते हैं, साहित्य हीं समाज,व्यक्ति और व्यवस्था को परिभाषित करने का काम भी करता है।आज रामायण, गीता महाभारत ये धर्म कथाएं हमारे जीवन को किसी…

साहित्य में अभिव्यक्ति के संदर्भ: भारत में फैज के नज़्म हम देखेंगे को किया जा रहा गलत सन्दर्भ में उपयोग

चिंतन पाकिस्तान का इतिहास अजीब दुविधा से घिरा रहा और विद्वानों के अनुसार भारतीय भूभाग के इस्लामीकरण से यह देश अस्तित्व में आया और स्थापना के बाद अमरीका की मदद…

साक्षात्कार:- मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के मुलताई की कवयित्री और लेखिका डॉ पल्लवी सिंह अनुमेहा से पत्रकार राजीव कुमार झा की बातचीत!

साक्षात्कार साक्षत्कार कर्ता :-राजीव कुमार झा परिचय नाम-डॉ पल्लवी सिंह ,’अनुमेहा ‘ पिता का नाम-ठा. नरेन्द्र पाल सिंह पुंढीर, माता का नाम -श्रीमती माधुरी लता सिंह, जन्म तिथि-13 दिसम्बर, शिक्षा-एम.ए.…

कविता के कैनवास पर वर्तमान जीवन के द्वंद्व से उपजे राग विराग का सहज चित्रण !

पुस्तक समीक्षा समीक्षक:-राजीव कुमार झा यह युग रावण है ( कविता संग्रह ) रचनाकार:- सुदर्शन ‘ प्रियदर्शिनी ‘ प्रकाशक अयन प्रकाशन 1/20, महरौली, नयी दिल्ली 110030 मूल्य:250:00 रुपये ” ढलता…